Bk Shivani Best Quotes In Hindi: हेलो भाईयों उम्मीद करता है कि आप सभी बढ़िया होंगे आज फिर से एक बार आप लोगो के लिए पेश है : Bk Shivani Best Quotes In Hindi | बीके शिवानी (ब्रह्माकुमारी शिवानी) एक प्रसिद्ध आध्यात्मिक वक्ता और शिक्षिका हैं, जो राजयोग ध्यान, सकारात्मक सोच और आध्यात्मिकता पर अपने व्याख्यानों के लिए जानी जाती हैं। उनको दुवारा दी गई शिक्षा से आज कहीं लोग के जीवन को साकारात्मक, ऊर्जावान, पवित्रता और सही मार्ग दिलाते हैं। ये उद्धरण आपके जीवन को भी सक्रातम ऊर्जा प्रदान करें और सही रास्ता दिखाने में मदद करेंगे। आशा है आपको ये पसंद आएगा।
Bk Shivani Best Quotes In Hindi | बीके शिवानी अनमोल विचार हिंदी में :
1. जो बदला जा सके, उसे बदलिये जो बदला न जा सके उसे स्वीकारिये और जो स्वीकारा न जा सके, उससे दूर हो जाइए लेकिन खुद को खुश रखिये …. वह भी एक बड़ी जिम्मेदारी है।
2. अपने आपको खुश रखने की जिम्मेदारी अपनी खुद की है.. किसी और से इसकी उम्मीद आपको हमेशा मायूस ही करेग।
3. तुम्हारी ज़िन्दगी में होने वाली हर चीज़ के ज़िम्मेदार तुम हो. इस बात को जितनी जल्दी मान लोगे, लाइफ़ उतनी बेहतर हो जाएग।
4. अच्छे इंसान की एक विशेष विशेषता होती है, कि वो प्रत्येक इंसान की भावनाओं को ध्यान में रख व्यवहार करने की कोशिश करता है, जबकि संवेदनाहीन इंसान ऐसा करने में असमर्थ होता है।
5. कोई आपका साथ न दे तो निराश मत होना क्योंकि.. परमात्मा से बड़ा हमसफ़र कोई नहीं है ।
6. अपनी हर सुबह की शुरूआत “आईसक्रीम” से कीजिए, आ- आत्मविश्वास, ई-ईच्छाशक्ती, स- सकारात्मक , द्रुष्टीकोण, क्रि- क्रियाशीलता, म- महत्वाकां..!!
7. किसी का खराब काम देख कर क्रोध का आना मामुली बात है मगर क्रोध के बजाय उसके लिये दुआ निकले की यह महान आत्मा के लक्षण है।
8. जिस इंसान की सोच और नियत अच्छी होती है, भगवान उसकी मदद करने किसी न किसी रूप में ज़रूर आते हैं।
9. शरीर में कोई सुंदरता नही है, सुंदर होते है….. व्यक्ति के कर्म, उसके विचार, उसकी वाणी, उसका व्यवहार, उसके संस्कार और उसका चरित्र।
10. जब कोई व्यक्ति अपनी समस्या को आपके सम्मुख रखता है, तब वह आप पर ईश्वर के जैसा पूर्ण विश्वास रखता है।
11. ज्ञान धन से उत्तम होता है क्योंकि धन की तुमको रक्षा करनी पड़ती है, और ज्ञान तुम्हारी रक्षा करता है।
12. अपने आप को बेहतर बनाने में इतना व्यस्त हो जाओ कि दूसरों की आलोचना करने का आपके पास समय ही ना बचे।
13. मौन और मुस्कान दोनों का इस्तेमाल कीजिए मौन रक्षा कवच है तो मुस्कान स्वागत -द्वार। मीन से जहाँ कई मुसीबतों को पास फटकने से रोका जा सकता है तो मुस्कान से कई मसलों का हल निकाला जा सकता है।
14. स्वयं का दर्द महसूस होना, जीवित होने का प्रमाण है, परन्तु औरों के दर्द भी महसूस होना इंसान होने का प्रमाण है।
15. अच्छा इंसान मतलबी नहीं होता, बस दूर हो जाता है उन लोगों से जिन्हें उसकी कदर नहीं होती।
16. जो लोग दूसरों को अपनी, दुआओं में शमिल करते है, खुशियाँ सबसे पहले उनके, दरवाजे पर दस्तक देती है !!
17. दुनिया का सबसे बेहतरीन रिश्ता वही होता है, जहाँ एक हल्की सी मुस्कराहट और छोटी सी माफ़ी से ज़िन्दगी दोबारा पहले जैसी हो।
18. रोजाना पढ़ो और चिंतन करो- पहला मरना अवश्य है दूसरा- साथ कुछ नहीं जाना है तीसरा- जो करेगा वो भरेगा चौथा – जहाँ उलझो वहीं सुलझो पाँचवा -जो है उसमें संतोष करो।
19. ऐसे बनों की लोग तुम्हारे आने का इंतजार करें, जाने का नहीं।
20. अपने जीवन में दो चीज़े सीख जाओ। पहली माफ़ करना और दूसरी शांत रहना। आप ऐसी ताक़त बन जा ओगे की पहाड़ भी आपको रास्ता देंगे !!
21. दुख पर ध्यान दोगे तो हमेशा दुखी रहोगे। सुख पर ध्यान देना शुरू करो। दअसल तुम जिस पर ध्यान देते हो वह चीज सक्रिय हो जाती है। ध्यान सबसे बड़ी कुंजी है।
22. दुख पर ध्यान दोगे तो। हमेशा दुखी रहोगे. सुख पर ध्यान देना शुरू करो। दअसल तुम जिस पर ध्यान देते हो वह चीज सक्रिय हो जाती है। ध्यान सबसे बड़ी कुंजी है।
23. एक व्रत करें, किसी की गलती, कमजोरी औरो को नही सुनानी। और अगर दूसरे सुनाने आयें तो उन्हें कहें ॐ शान्ति आजकल मेरा व्रत है ये वाली बातें नही सुनते ।
24. दूसरों को नियंत्रित करने वाला शक्तिशाली हो सकता है, लेकिन स्वयं को नियंत्रित करने वाला उससे भी अधिक शक्तिशाली होता है।
25. किसी को क्षमा कर देने पर भी उसके व्यवहार में बदलाव न आना आपको मिलने वाले एक और धोखे का प्रमुख संदेश है..।
26. मेरी प्रार्थना को ऐसे स्वीकार करो, मेरे ईश्वर की जब जब आपको याद करू। मुझसे जुड़े हर रिश्ते की जिंदगी सवर जाए !!
27. पाप और पुण्य क्या है? बस इतना समझ लीजिए जिस कार्य से किसी का मन दुखे वो है पाप और जिस कार्य से किसी के चेहरे पर मुस्कान आए वो है पुण्य।
28. इंसान कहता है की टुटी चीज को मंदिर में नही रखनी चाहिए फिर इंसान खुद टूट कर क्यो मंदिर जाता है।
29. लोग आपकी प्रशंसा करते हैं या निंदा इसकी चिंता छोड़ो सिर्फ | एक बात सोचो कि आपने अपनी सारी जिम्मेदारीयां ईमानदारी से निभाई की नही क्योंकि आपको लोगो की नजर मे नही परमात्मा के नजर मे महान बनना है, आप परमपिता परमात्मा की सन्तान हो और वही आपका भाग्य विधाता है …।
30. दुआ या बद्दुआ किसीके बोलने से नहीं किन्तु खुद के व्यवहार और कर्म से मिलती है, इसलिए हमारा व्यवहार और कर्म सदा सुखदाई हो तो दुआएं स्वतः मिलती रहेंगी।
सकारात्मक सोच हमारे जीवन में चमत्कार ला सकती है। बीके शिवानी जी के साथ जानिए कैसे अपनी सोच को सकारात्मक बनाकर जीवन में खुशहाली और सफलता प्राप्त करें। और अगर आपको हमारी ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे शेयर जरूर करें धन्यवाद!!