हेलो भाईयों आज के लिए विशेष मोकै पर हम आपके लिए कुछ खास लेकर आए हैं। जी हां दोस्त आज आप सभी को मालूम ही है। कि आज महाराण प्रताप जयंती है इस अवसर पर पुरा देश एक दूसरे को बधाई दे रहे हैं और धूम धाम से Maharana Pratap Jayanti मना भी रहे है ऐसे में हम आपके लिए लाए हैं : 2024 Maharana Pratap Jayanti Speacial Quotes || जो कि हमने बड़ी मेहनत से आपके लिए तैयार किया है उम्मेद है आपको पसंद आएगी।
2024 Maharana Pratap Jayanti Speacial Quotes In Hindi । महाराणा प्रताप जयंती कोट्स :
1. मातृभूमि की रक्षा के लिए अपना जीवन अर्पण करने वाले अद्भुत शौर्य, अदम्य साहस, दृढ़ संकल्प, स्वाभिमान एवं त्याग के अद्वितीय प्रतीक मेवाड़-मुकुट वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप जी की जयंती पर शत्-शत् नमन।
2. राह संघर्ष की जो चलता है, वो ही संसार को बदलता है, जिसने रातों से है जंग जीती.. सुबह सूर्य बनकर वही चमकता है।
3. वीर महाराणा प्रताप का जीवन हमें सिखाता है कि सच्चा योद्धा वही होता है जो कठिनाइयों से नहीं डरता। उनके साहस और संघर्ष की कहानियाँ सदा हमारे दिलों में जीवित रहेंगी।
4. कटता है तो कट जाये सारा जीवन संघर्ष में, कदम कदम पर समझौता हमारे बस की बात नही !!
5. इकबाल था बुलंद, उसे धूल कर दिया, मद जिसका था प्रचंड, सारा दूर कर दिया !! राणा प्रताप इकलौते थे ऐसे वीर जिसने, अकबर का सारा घमंड, चूर चूर कर दिया !!
6. प्रताप का पराक्रम एक दर्पण है, जिसमें हम उनकी अद्वितीय वीरता और दृढ़ संकल्प को देख सकते हैं। उनकी जिवंत गाथाएँ हमें सिखाती हैं कि आत्मसम्मान और स्वतंत्रता सबसे मूल्यवान हैं। Happy Maharana Pratap Jayanti!
7. महलों के ख्वाब नही रखते, ये चाहत ही मेरी सादगी है, वचन पर प्राण न्योछावर और जिस्त मिट्टी की आदि है, छीन लो सब कुछ मेरा की यह भाला मेरा साथी है, भले मैं खुद नहीं मुझमें पर इन नब्जों में, महाराणा अभी बाकी है…!!
8. शोणित धरती गंध गुलाबी, यह चंदन की भांति है, मांग भरो और तिलक करो, यह सिंदूरी माटी है, शीश कटा पर झुका नहीं रणभूमि यह हल्दीघाटी है. !!
9. तुम प्राण बचाओ, हम प्रण निभाएंगे। क्षत्रिय है हम, फिर रण रचाएंगे।
10. जब डूब रही थी धर्म की कश्ती लगता दूर किनारा था, तब लेकर हाथ में धर्म ध्वजा मेवाडी शेर दहाडा था ।
11. उनके जीवन की कहानियां हमें साहस और दृढ़ता का महत्व समझाती हैं।
12. भारत मां का वीर सपूत, हर हिदुस्तानी को प्यारा है, कुंवर प्रताप जी के चरणों में, सत सत नमन हमारा है !
13. प्रताप के दृढ़ निश्चय और अदम्य साहस ने मेवाड़ को सदा गर्वित किया। उन्होंने दिखाया कि मातृभूमि के लिए लड़ने वाला सच्चा योद्धा कभी हार नहीं मानता।
14. जय एकलिंग से गुंजा अम्बर, रणभेरी ललकार उठी, गिरे गगन से पुष्ण करोड़ो जब महाराणा की तलवार उठी ।।
15. धर्म की रक्षा जिनको अपनी जान से ज्यादा प्यारी थी, हम उन पुरखों के वारिस हैं जिनकी तलवारों से यारी थी…।महाराणा प्रताप जयंती की शुभकामनाएं!
16. द्वंद तक पाला जाए, युद्ध कहां तक टाला जाए राणा का तू वंशज है, फेंक जहाँ तक भाला जाए…
17. निःशब्द हूँ उस वीर की गाथा लिखने में जिसने राजपुताना बसाया है, किस तरह सम्मान करु उसका जिसने मेवाड़ बचाया है खुद की चिंता छोड़, उसने राजपूती धर्म निभाया है यही कारण है जो वी “महाराणा प्रताप” कहलाया है।
18. ना रोए महाराणाजी कभी दुःख की विपरीत घड़ियों में, पर प्रिय चेतक का सर रख गोद में रो कर दहाड़ मारी थी !!
19. मैं अकेला लड़ सकता हूं पूरी दुनिया से.. बस मुझे मेरा धर्म मेरे संस्कार, अमर स्वाभिमान याद रहे। भूल ना जाऊं कहीं अपने इतिहास को, मुझे अपने पुरखों का बलिदान याद रहे।
20. प्रताप का सिर कभी नहीं झुकर, इस बात से अकबर भी शर्मिंदा था, मुगल कभी चैन से सो न सके जब तक मेवाडी राणा जिन्दा था।महाराणा प्रताप जयंती की बधाई !
21. राणा प्रताप की शौर्य गाथा अमर रहेगी, उनके साहस की कहानियाँ सदा सुनाई जाएँगी। इतिहास के पन्नों में दर्ज है उनका वीरता का प्रमाण, जिसने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राणों की आहुति दी।
22. महाराणा प्रताप का हर पल था समर्पित मातृभूमि के लिए, उनके हृदय में था केवल एक लक्ष्य – स्वतंत्रता। उन्होंने हर बाधा को पार किया, हर संकट को झेला, और हमें दिखाया कि सच्चा वीर कौन होता है।
23. वीर महाराणा प्रताप का जीवन था संघर्ष और त्याग का प्रतीक। उनके स्वाभिमान और देशभक्ति ने मुगलों के विरुद्ध अपनी शक्ति दिखलाई, और हमें सिखाया कि सच्चा वीरता क्या होती है।
24. महाराणा प्रताप का संकल्प था अडिग, उनका हर कदम था मातृभूमि के लिए। उनके संघर्ष की कहानियाँ आज भी प्रेरणा हैं, और उनका साहस हर भारतीय का आदर्श है।
25. झुके नहीं वह मुगलों से अनुबंधों को ठुकरा डाला मातृभूमि की भक्ति का नया प्रतिमान बना डाला! ..
26. जब-जब तेरी तलवार उठी तो दुश्मन टोली डोल गयी फीकी पड़ी दहाड़ शेर की जब-जब तू ने हुंकार भरी! Happy Maharana Pratap Jayanti!
27. चेतक की वीरता रण बीच चौकड़ी भर-भर कर चेतक बन गया निराला था, राणाप्रताप के घोड़े से पड़ गया हवा का पाला था, जो तनिक हवा से बाग हिली लेकर सवार उड़ जाता था, राणा की पुतली फिरी नहीं तब तक चेतक मुड़ जाता था….
महाराणा प्रताप जी के आदर्शों को अपनाकर, हम अपने जीवन में संघर्षों का सामना दृढ़ता से करने का संकल्प लेते हैं।अगर आपको हमारी ये पोस्ट अच्छी लगी हो तो इसे आपके दोस्तों और परिवार वालों को भी ज़रूर शेयर करें ताकि उनको भी हमारे देश के ऐसे वीर पुत्र के बारे में पता चलेी। धन्यवाद….!! #happy_maharana_partap_jaynti2024